कहे क्या कल्पना हमसे, सुनाएं आज हम सबको,
हमारे देश की बेटी, बड़ा है नाज हम सबको,
रहो धरती पे रखना ख्वाब ऊँचे आसमाँ से भी,
बड़ी ताकत है नारी में, करे आगाज हम सबको।
सुचिता अग्रवाल"सुचिसंदीप"
तिनसुकिया, असम
हमारे देश की बेटी, बड़ा है नाज हम सबको,
रहो धरती पे रखना ख्वाब ऊँचे आसमाँ से भी,
बड़ी ताकत है नारी में, करे आगाज हम सबको।
सुचिता अग्रवाल"सुचिसंदीप"
तिनसुकिया, असम
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